गुप्ता द्वारा लिखित 'NLP द्वारा 100 % आत्मविश्वास और सफलता' (प्रभात
प्रकाशन, हिंदी एवं किसी भी भारतीय भाषा में पहली 'एन.एल.पी.' (NLP)
पुस्तक) से लिया गया "NLP सिद्धांत" :
"जब एक लक्ष्य दूसरा प्राप्त कर सकता है तब मैं भी उसे प्राप्त कर सकता हूँ."
जब आत्महीनता आये की 'मैं अफसर नहीं बन सकता', 'टेनिस चैंपियन नहीं बन
सकता', 'एवरेस्ट फतह नहीं कर सकता', 'धनवान नहीं बन सकता', 'लेखक नहीं बन
सकता', 'मोटिवेशनल वक्ता नहीं बन सकता'..., तब सोचिये क्या इसे करने, पाने
में दूसरा आदमी सफल हुआ है ? यदि उत्तर 'हाँ' में आये, तब समझिए उसे आप भी
कर सकतें हैं क्योंकि सभी मानवों की बायोलॉजिकल संरचना प्राकृतिक रूप से
समान होती है.